Paused...शरदनी रुत रे सोहामणी (खटरुती-2) - शिखा-सुमति
- 01. शरदनी रुत रे सोहामणी (खटरुती-2) - शिखा-सुमति 8:15
- 02. वचन वालाजीना वालेरा रे लागे (खटरुती-8) - शिखा-सुमति 7:24
- 03. ओही ओही करती फिरूं (प्रकास-6) - सुनीता भगत 10:16
- 04. श्री धनीजी के लागूं पाए (प्रकास-18) - सुमति 10:35
- 05. आंखां खोल तूं आप अपनी (प्रकास-22) - श्रवण 11:26
- 06. वाणी मेरे पिउ की (प्रकास-31) - श्रवण 9:28
- 07. इस्क बड़ा रे सबन में (कलस-7) - पंकज गिरधर 9:52
- 08. सन्मंध मूल को (कलस-8) - सुमति 8:40
- 09. एह बात मैं तो कहूं (कलस-9) - श्रवण 6:21
- 10. पार वतन जो सोहागनी (कलस-11) - शिखा-सुमति 9:50
- 11. अब तो मेरे पिया की (कलस-21) - सुनीता भगत 7:04
- 12. साधो हम देख्या बड़ा तमासा (किरन्तन-4) - श्रवण 9:08
- 13. सुनो रे सत के बन्जारे (किरन्तन-5) - पं. रोशन लाल 10:14
- 14. वैष्णव कहिए वाको (किरन्तन-8) - शिखा-सुमति 7:14
- 15. कहा भयो जो मुख से कह्यो (किरन्तन-9) - शिखा-सुमति 8:59
- 16. रस मगन भई सो क्या गावे (किरन्तन-25) - श्रवण-रंजीत 7:31
- 17. सतगुरु मेरा स्याम जी (किरन्तन-52) - सुनीता भगत 8:03
- 18. जिन सुध सेवा की नहीं (किरन्तन-63) - रंजीत 8:21
- 19. लाडलियां लाहूत की (किरन्तन-71) - श्रवण-रंजीत 4:42
- 20. साथजी जागिए सुनके सब्द आखिर (किरन्तन-86) - शिखा-सुमति 2:29
- 21. चलो चलो रे साथ (किरन्तन-89) - श्रवण 6:59
- 22. साथजी सोभा देखिए (किरन्तन-90) - रंजीत 5:46
- 23. अब हम चले धाम को (किरन्तन-93) - श्रवण 8:10
- 24. सोई सोहागिन धाम में (किरन्तन-95) - रंजीत 6:37
- 25. वारी रे वारी (किरन्तन-119) - शिखा-सुमति 9:44
- 26. ऐसा खेल देखाइया (खिलवत-1) - रंजीत 8:20
- 27. देख तूं निसबत अपनी (खिलवत-9) - शिखा-सुमति 10:26
- 28. रे रूह करे ना कछू अपनी (खिलवत-10) - शिखा-सुमति 8:11
- 29. अब कहूं रे इस्क की बात (परिकरमा-1) - बुद्ध श्रेष्ठ 6:27
- 30. अब आओ रे इस्क भानूं हाम (परिकरमा-3) - सचिन आहूजा 15:13
- 31. हक बैठे रूहों मिलाए के (सागर-2) - श्रवण 6:52
- 32. चौदे तबक की दुनी में (सागर-5) - विधि 12:22
- 33. बरनन करूं बड़ी रूह की (सागर-6) - श्रवण 1:09:02
- 34. इन विध साथजी जागिए (सागर-7) - रंजीत-श्रवण 10:50
- 35. इन विध साथजी जागिए (सागर-7) - विधि 28:01
- 36. बरनन करूं बड़ी रूह की (सागर-9) - श्रवण 19:50
- 37. सिर पर बनी जो राखड़ी (सागर-9) - श्रवण 52:04
- 38. सुन्दर साथ बैठा अचरज सों (सागर-11) - श्रवण 42:28
- 39. आसिक इन चरन की (सिनगार-3) - श्रवण 6:58
- 40. ऐसा आवत दिल हुकमें (सिनगार-4) - हर्षद भाई 7:25
- 41. अति मीठे रसीले रंग भरे (सिनगार-6) - शिखा-सुमति 9:54
- 42. मुख मेरे मेहेबूब का (सिनगार-12) - श्रवण 8:14
- 43. देखो नैना नूरजमाल (सिनगार-14) - रंजीत 7:33
- 44. बरनन करूं रे रूहजी (सिनगार-20) - शिखा-सुमति 7:54
- 45. क्यों बरनों हक सूरत (सिनगार-22) - श्रवण 48:15
- 46. बैठे मासूक जाहेर (सिनगार-25) - सुनीता भगत 6:47
- 47. रूहों मैं रे तुम्हारा आसिक (सिनगार-29) - श्रवण 7:34